Maharajganj

पोखरभिंडा में सात लाख का घोटाला, प्रधान, सचिव से होगी वसूली

 

महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:-  डीएम सत्येन्द्र कुमार ने सिसवा ब्लाक के पोखरभिंडा गांव में निर्माण कार्य में 717912 रूपये की अनियमितता मिलने पर प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।सम्बन्धित अधिकारियों को ग्राम पंचायत सचिव और अवर अभियंता लघु सिंचाई को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। तीनों से बराबर- बराबर धनराशि की वसूली की जाएगी। 

शिकायत के क्रम में हुई जांच में एक ही सड़क पर रामजी के घर से सुदर्शन के घर तक तीन बार भुगतान किया गया है। अधिकारी ने जांच में पाया कि  ग्राम पंचायत द्वारा इस एक कार्य को तोड़कर तीन भागों में क्रमश: रामनिवास के घर से उमाशंकर के घर तक ह्यूम पाइप नाली निर्माण में इंटरलाकिंग मरम्मत कार्य, रामजी के घर से जोखन के घर तक व ह्यूम पाइप पाइप नाली निर्माण में इंटरलाकिंग मरम्मत कार्य तथा उमाशंकर के घर से सुदर्शन के घर तक ह्यूम पाइप नाली निर्माण में इंटरलाकिंग मरम्मत के रूप में तोड़कर सभी कार्यों को 2.50 लाख से कम करके स्टीमेट बनवाया गया। एमबी के आधार पर 717913.00 रूपये निकाल लिया गया। जिससे इस कार्य की तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति जनपद स्तर से न लेना पड़े। इस प्रकार ग्राम पंचायत द्वारा14 वें वित्त आयोग की गाइड लाइन व शासनादेश का उलंघन किया गया है। इसके लिए ग्राम प्रधान, तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव एवं अवर अभियंता लघु सिचाई संयुक्त रूप से 717913.00  रूपये के दुरूपयोग करने के दोषी हैं। डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान, तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव व अवर अभियंता लघु सिंचाई से धनराशि 717912.00 में से बराबर बराबर धनराशि रिकवरी की संस्तुति की है। इसके क्रम में डीएम ने प्रधान का वित्तीय पावर सीज करते हुए स्पस्टीकरण मांगा है। साथ ही तीनों से धनराशि वसूली का भी निर्देश दिया है।

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